बॉक्सिंग किंग माइक टायसन का बड़ा बयान, कहा-जीना ज्यादा मुश्किल, मौत का इंतजार कर रहा हूं

नई दिल्ली. बॉक्सिंग रिंग में वो भी एक दौर था जब माइक टायसन (Mike Tyson) के पंच विरोधी मुक्केबाज को पलक झपकते ही धराशायी कर देते थे. हर एक फाइट के साथ टायसन महानता की सीढ़ियां चढ़ते हुए शिखर पर पहुंच गए. रिंग में टायसन का सामना करने वाले मुक्केबाजों को तो जैसे सामने मौत ही नजर आती थी. रिंग कि इसी किंग ने अब बड़ा बयान दिया है. माइक टायसन ने कहा है कि उन्हें मौत से डर नहीं लगता और वो उसका इंतजार कर रहे हैं.


 


कभी मौत से डरा नहीं


स्पोटर्समैन को दिए इंटरव्यू में माइक टायसन (Mike Tyson) से जब पूछा गया कि क्या उन्हें बॉक्सिंग रिंग में कभी भी ये अहसास हुआ कि ये खेल कितना खतरनाक है. इस पर टायसन ने कहा कि मैं इस बात से पूरी तरह वाकिफ था कि फाइट या ट्रेनिंग के दौरान मेरी जान जा सकती है. मगर मैं इससे कभी डरा नहीं, क्योंकि मैं सोचता था कि अगर किसी की भी मौत होगी तो मैं उसे मारने वाला होउंगा, मरने वाला नहीं. ये आत्मविश्वास ही बचे रहने का तरीका है. मगर अब अपने अनुभव और विश्वास के आधार पर मैं कहा सकता हूं कि जितना अधिक मुझे वजूद न होने के मायने पता चलते हैं, उतना ही अधिक मेरा मर जाने का मन करता है.


 


रोते हुए कहा...उन दिनों को याद करता हूं


माइक टायसन (Mike Tyson) ने महज 20 साल की उम्र में हैवीवेट चैंपियन होने का तमगा हासिल कर लिया था. हालांकि एक महीने का भी वक्त नहीं बीता जब 53 साल के माइक टायसन ने रोते हुए कहा था कि वो दिन अब चले गए. मैं अब कुछ भी नहीं हूं. मैं विनम्रता से जीना सीख रहा हूं. यही वजह है कि मैं रो रहा हूं क्योंकि मैं अब वो इंसान नहीं हूं जो मैं हुआ करता था. मैं उस वक्त को याद करता हूं.


 


मौत से ज्यादा जीना ज्यादा जटिल


माइक टायसन ने कहा कि जीवन लगातार चलने वाला संघर्ष है. बेशक, मुझे मौत से डर नहीं लगता. मेरे हिसाब से मौत से ज्यादा जीना ज्यादा जटिल है. मैं नहीं जानता कि ये सच है या नहीं लेकिन जीने के लिए आपको बहुत साहस की जरूरत होती है. बिना साहस के आप नहीं जी सकते. भावुक टायसन ने कहा, जीना एक सफर है, संघर्ष है. लोगों के पास सब कुछ होता है, लेकिन फिर भी वो संघर्ष करते हैं. हम खुद को बहुत अधिक गंभीरता से लेते हैं. हम सोचते हैं कि हम कुछ हैं, हम खास हैं. जबकि सच्चाई यही है कि हम कुछ नहीं हैं.


 


2003 में हो गए थे दिवालिया


अपने कैरियर में 300 मिलियन डॉलर की कमाई के बावजूद माइक टायसन (Mike Tyson) साल 2003 में दिवालिया हो गए थे. टायसन को एक समय में दुनिया का सबसे बुरा इंसान करार दिया गया था. उन्होंने कहा, आप जेल जाने के काबिल हैं, आप मरने के काबिल हैं, आपके साथ खराब व्यवहार किया जाता है. मैंने कभी ये नहीं सोचा था कि मेरे साथ ऐसा होगा. मगर जब ऐसा हुआ तो मुझे समझ आई और अब मैं इसे संभाल सकता हूं.


 


रेप में हुई थी 6 साल की सजा


माइक टायसन के लिए साल 1992 काफी खराब रहा, जब उन्हें रेप का आरोप साबित होने पर छह साल की सजा सुनाई गई. हालांकि वह तीन साल बाद ही पैरोल पर बाहर आ गए थे.